जाप मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीम्
पद्मावती पद्मनेत्रे पद्मासने
लक्ष्मीदायिनी वाञ्छापूर्णि
म म
ऋद्धिम् सिद्धिम् जयं
कुरु कुरु स्वाहा !!
रोज मात्र 18 बार गुनें.
100% कार्य सिद्धि.
विशेष:
पद्मावती देवी (padmavati devi) एक भव तारी है यानि अगला जन्म लेकर मोक्ष में जाने वाली है.
श्री पार्श्वनाथ भगवान की सेवा में रहती है, जो पार्श्वनाथ भगवान की सेवा करता है, उसे पद्मावती देवी की “आराधना” करने की जरूरत नहीं है, मात्र “हाथ जोड़ना” पर्याप्त है.
ये मंत्र “सिद्ध” किया हुआ है.
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