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सभी के लिए एक अति उपयोगी भेंट :
अब किसी अन्य के पास जाने की जरूरत नहीं है!
सबसे विशिष्ट मंत्र :
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ह्रीं श्रीं अंबिका देवी राहू ग्रह पूजिताय
गिरनार मंडन श्री नेमिनाथाय नम : ll
ये जैन मंत्र है.
रोज मात्र 18 बार जाप करने से
सारी समस्याओं का निवारण होना शुरू हो जाता है.
ये मंत्र बहुत “विस्तार” ले चुका है,
जिसके बारे में चर्चा फिर कभी करूंगा.
श्री गिरनार तीर्थ की महत्ता लोगों को
अब समझ में आने लगेगी,
शुरुआत हो चुकी है.
इस मंत्र से :
1 राहु ग्रह शांत रहेगा
(सबसे अधिक डर इसी ग्रह का रहता है)
2 अंबिका देवी की सहायता भी मिलेगी
3 गिरनार तीर्थ का नित्य स्मरण करने का पुण्य भी होगा
और
4 नेमिनाथ भगवान की भक्ति भी होगी!
अरिहंत की शरण के बिना कोई भी जैन मंत्र
प्रभावशाली हो ही नहीं सकता,
इतना अपने मन में बिठा लें.
विशेष :
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ये मंत्र अपने नाम से प्रकाशित करने वाला या Jainmantras.com का नाम हटा कर प्रकाशित करने वाला घोर कष्ट में पड़ेगा, सावधान रहें.
फिर दूसरा कोई उपाय काम भी नहीं लगेगा,
इसे चेतावनी समझना.
मंत्र रचयिता :
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महावीर मेरा पंथ
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