प्रश्न:
जब “नवकार” जैसा महामंत्र जैनों के पास हैं
तो फिर हमारे ही गणधरों ने हजारों जैन मंत्रो की रचना क्यों की?
उत्तर:
क्योंकि जो महामंत्र “भव -निवारण”
यानि जन्म-मरण से मुक्ति दिलाता है,
पुण्य को प्रकाशित करता है,
सब पापों का नाश करता है,
उसका प्रयोग क्या हमारी “छुट -पुट” समस्याओं के
निवारण के लिए किया जाना चाहिए?
“जन्म -मरण” से मुक्ति से बढ़कर
इस संसार में और कोई बात उतनी महत्त्वपूर्ण नहीं हैं.