कुछ लोगों क़े लिए
भैरूंजी, पितरजी, इत्यादि
बहुत बड़े देव हैं.
जबकि जैन धर्म क़े अनुसार वे क्षेत्रपाल हैं.
पितरजी –
अपने घर क़े दायरे और अपने कुल तक ही इनकी चलती हैं,
भैरूंजी – इनकी अपने क्षेत्र तक ही चलती हैं.
आप किसकी भक्ति कर रहे है?
फोटो:
अति प्रभावशाली श्री अज़ाहरा पार्श्वनाथ,
अज़ाहरा, तालुका उना, गुजरात