भगवान महावीर ने कहा :
“अप्पा मे सच्च भेसेज्जा”
सत्य की खोज तुम स्वयं करो
जैन धर्म ये कहता है की एक सच्चे गुरु
की खोज के लिए तुम
१२ साल भी लगा सकते हो !
जगद्गुरु श्री शांतिसुरीजी (आबुवाले) ने भी अपने गुरु को छोड़ दिया था
जब उन्हें लगा की ये मेरे संयम जीवन को उत्कृष्ट बनाने के लिए पूरी तरह सही नहीं है.
हर श्रावक को चाहिए की वो रोज
रात को सोने से पहले ये मनन करे की आज क्या किया
और
सवेरे ये मनन करे की मुझे जीवन से प्राप्त क्या करना है.