मंत्र विज्ञान एक गूढ़ विषय है.
मंत्र जपने के ३ तरीके है.
१. मानसिक : जिसमें मंत्र को मन में जपा जाता है.
(जिनका मन मजबूत है और
अधिकतर एक विषय पर ध्यान लगा सकता हो, ये तरीका उनके लिए है).
२. उपांशु : जिसमें मंत्र जपते समय मात्र होठ हिलते हैं.
(इसका प्रयोग वो करता है, जिसका मन अभी मंत्र जप के लिए पूरा पका नहीं हो)
३. वाचक : इसमें मंत्र का जाप बोलकर किया जाता है.
( जिसने मंत्र जपने का अभ्यास अभी शुरू ही किया हो, ये तरीका उनके लिए है)
४. जिन्होंने अभी तक मंत्र जप के बारे में कभी “विचार” भी नहीं किया है,
उनकी कोई केटेगरी नहीं है,
मनुष्य भव प्राप्त करने के बाद भी!
मंत्र क्यों जप किया जाए, ये जानने के लिए रोज पढ़ते रहें
एक ही पोस्ट को अच्छी तरह पढ़ें तब तक पढ़ें
जब तक सार समझ में ना आ जाए.
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