लघुशान्ति स्मरण से
पूरे विश्वास, धैर्य और उल्लास से पूरा स्तोत्र पढ़ें :
सर्व दुरितौघ नाशंकराय सर्वाशिव प्रशमनाय
दुष्टग्रह भूत पिशाच शाकिनीनाम प्रमथनाय ||५||
फल:
१. समग्र दु:खों के “समूह” का नाश,
२. सब उपद्रवों का नाश,
३. दुष्ट ग्रह (शनि, राहु, मंगल इत्यादि)
४. भूत, पिशाच और शाकिनी के अस्तित्व को भगाना
पूरे मन, वचन और काया के “योग” से
श्री शांतिनाथ भगवान के स्तव
श्री लघु शांति को जो व्यक्ति रोज पढता है,
उसे किसी ज्योतिषी, मन्त्रज्ञ, चमत्कारिक बाबा के
धक्के खाने की जरूरत नहीं है.
फोटो:
अत्यंत सुखकारी श्री शांतिनाथ भगवान,
पुण्यशाली नी खड़की,
दन्तारवाडो, खम्भात-388620
नोट:
जिनके पास शांतिनाथ भगवान का फोटो नहीं है,
वो इस फोटो को डाउनलोड करके
फोटो लेमिनेशन करवा सकते हैं.
फिर उस फोटो के सामने ही
लघु शांति का पाठ रोज पढ़ें.