किसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
श्री नाकोड़ा भैरवदेव का बीजाक्षर मंत्र:-|| श्री नाकोड़ा भं भं भं भैरवाय नमः || फल- सब प्रकार के भय को दूर करता है.