किसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
जैन स्तोत्र और सूत्र·1 min readहे भगवन ! आपकी स्तुति करने वाला आपके समान ही बन जाता है. (तुल्या भवन्ति…)