ये धर्म प्राप्ति का मास्टर स्ट्रोक है!
धर्म के साधन प्राप्त होना,
धर्म प्राप्ति होना और
धर्म का टिके रहना
– ये तीनों जरूरी हैं.
अधिकतर का धर्म
व्याख्यान हॉल में
जब तक बैठा है,
तब तक टिकता है.
पूरे नवकार के 9 लाख जाप
इस यंत्र के सामने करने पर
सब प्रकार का सुख मिलता है.
(जाप शुरू ही वही कर पाता है
जो हर प्रकार से सुखी होगा).
व्यक्ति सूर्य से अधिक तेजस्वी हो जाता है.
बहुत रहस्यमय बात है
साधना किए बगैर सिर्फ बातों से
इस रहस्य को नहीं जाना जा सकता.
जब तक जाप पूरे न हों
तब तक ब्रह्मचर्य का पालन
रोज 9 द्रव्य ही खाना
कन्द मूल, रात्रि भोजन त्याग!
जाप पूरे करने की कोई समय मर्यादा नहीं है.
जीवन हमारे बस में नहीं है न!
यंत्र रचयिता :
महावीर मेरा पंथ
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