किसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
मंदिर में भक्ति करने का आनंद ही अलग है. ये रिकॉर्डिंग सम्मेद शिखर जी में की गई है. ? से अद्भुत आनंद आएगा.