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ध्यान के बारे में अति विशेष

ध्यान कैसे करना
– उसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

मति ज्ञान का ध्यान

मति यानि बुद्धि!
बुद्धि का ध्यान!

किसी और की नहीं…
अपनी ही बुद्धि का ध्यान!

ऐसा आज तक कहीं सुना न होगा,
पढ़ा न होगा,
समझा न होगा,
जाना न होगा!

सबसे पहले अपनी ही बुद्धि का विश्लेषण!
कैसी है और क्या काम आ रही है,
उसकी उपयोगिता कितनी है?

जितनी बुद्धि है,
उसी अनुसार कार्य कर रहे हैं न!
ये देखना है ध्यान में जाकर!

पता पड़ेगा कि अपनी बुद्धि का 10% उपयोग भी
श्रेष्ठ कार्यों में नहीं लगाया!

(lock down में कितना समय उपयोग में लिया, ध्यान में जाकर देखना – फिर स्वयं को score देना कि 100 में से कितने मार्क्स मिलते हैं).

बाकी इसी प्रकार…

अपना भूतकाल भी देखना कि
बुद्धि कहाँ कहाँ लगायी थी…

अपना वर्तमान भी देखना…

और भविष्य में बुद्धि का उपयोग “ठिकाने” से करना है या नहीं, ये ध्यान करने के बाद निश्चित करना.

कहने को बहुत कुछ है मति ज्ञान के बारे में,
पर जरूरत नहीं क्योंकि सब एक से बढ़कर एक बुद्धिमान हैं!

महावीर मेरा पंथ

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