किसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
मन अस्थिर इसलिए रहता है कि मन की असीम शक्तियां स्वयं के काबू में नहीं हैं. इसे सरलता से काबू में कैसे लाया जाए, ये कैसे सम्भव हो? वीडियो पूरा देखना – ?महावीर मेरा पंथ