किसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
जैन संस्कारजैन धर्म·1 min readकिसी ने पूछा कि “तप” करने से कर्म कटते हैं. उस से “आत्मा” प्रकाशित होती है. तो फिर उसका पता कैसे चले कि आत्मा हलकी हुई है या कर्म मुक्त हुई है
जैन संस्कार·1 min readजैन वो हैं जिनके चेहरे से भी पुण्य झलकता है, ये पुण्य अरिहंत की शरण लेने से मिलता हैजैन गर्भ संस्कार की बातें
जैन संस्कार·1 min read“मतिज्ञान” (बुद्धि) का “उपयोग” तब है जब उसे नित्य नया सीखने में लगाया जाए जिसे “श्रुत ज्ञान” कहते हैं
जैन धर्मजैन संस्कार·1 min readकर्म योग, ज्ञान योग, भक्ति योग इन तीनों का समन्वय हो भी सकता है, नहीं भी !